Tarak Mantra: Tarak Mantra by Swami Samarth Tarak is a powerful medium to connect with divinity and sprituality. This Tarak Mantra have the power to grant the practitioner spiritual upliftment and protection. In order to receive Swami Samarth Tarak’s grace and blessings on their spiritual path, devotees frequently chant this Tarak Mantra with faith and devotion.
Swami Samarth Tarak occupies a special and valued place in the world of spiritual masters and enlightened individuals. Swami Samarth Tarak, known for his deep insight and mystic talents, has won the hearts and minds of innumerable people on the road to enlightenment. In this article, we will tell you about Swami Samarth Tarak Mantra which will enlighten your path and give you power and stregth.
In the nineteenth century, Swami Samarth Tarak was born in the Maharashtrian village of Akkalkot. Swami ji, also known as Akkalkot Swami or Shri Swami Samarth Maharaj, is thought to be a form of the Hindu god Lord Dattatreya. The meaning of the term “Tarak”—which reflects the substance of his teachings—is salvation or release.
Chanting the “Shri Swami Samarth Tarak Mantra” is one of the important rituals connected to Swami Samarth Tarak. Beyond his physical presence, Swami Samarth Tarak’s effect is felt. He still inspires and leads searchers even after his Mahasamadhi (conscious escape from the body). Many ashrams and temples devoted to Swami Samarth Tarak have been built, acting as spiritual centres where followers go to ask for his blessings, engage in spiritual activities, and strengthen their relationship with God.
Swami Samarth Tarak Mantra do not have barriers of caste, creed, and nationality. Chant the Tarak Mantra to get the blessings of Swami Samarth Tarak and embark on a journey of inner awakening, leading us to the ultimate liberation and union with the divine.
Tarak Mantra With Lyrics। स्वामी समर्थ तारक मंत्र
गुरु ब्रम्हा गुरु विष्णू, गुरुः देवो महेश्वरा। गुरु शाक्षात परब्रम्हा, तस्मै श्री गुरुवे नमः।। निशंक होई रे मना निर्भय होई रे मना, प्रचंड स्वामी बळ पाठीशी नित्यं आहे रे। मना अतर्क्य अवधूत हे स्मरणगामी, अशक्य ही शक्य करतील स्वामी ।। जिथे स्वामीपाय तिथे न्युन काय, स्वये भक्त प्रारब्ध घडवी ही माय। आज्ञेविन काळ ना नेई, त्यालापरलोकीही ना भिती तयाला।। उगाचि भितोसी भय हे पळु दे, वसे अंतरी ही स्वामी शक्ती कळू दे। जगी जन्म मृत्यू असे खेळ ज्यांचा, नको घाबरू तू असे बाळ त्यांचा, अशक्य ही शक्य करतील स्वामी ।। खरा होई जागा श्रद्धेसहीत कसा, होसी त्याविण तू स्वामी भक्त। आठव कितीदा दिली त्यांनीच साथ, नको डगमगू स्वामी देतील हात, अशक्य ही शक्य करतील स्वामी ।। विभुती नमन नाम ध्यानादी, तीर्थस्वामीच ह्या पंचप्राणामृतात। हे तीर्थ घे आठवी रे प्रचिती, न सोडी कदा स्वामी ज्या घेई हाती।।
Swami Samarth Tarak Mantra With Meaning। स्वामी समर्थ तारक मंत्र (अर्थ सहित)
It is necessary to know the meaning of Mantra whom you chanting. Without knowing its meaning and significance it is waste to chant. So Tarak Mantra Meaning is mentioned below for each paragraph:
गुरु ब्रम्हा गुरु विष्णू, गुरुः देवो महेश्वरा। गुरु शाक्षात परब्रम्हा, तस्मै श्री गुरुवे नमः।। अर्थात्: गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है, गुरु ही भगवान शिव है। गुरु ही पर ब्रह्म है, और गुरु को मैं प्रणाम करता हूं।
निशंक होई रे मना निर्भय होई रे मना, प्रचंड स्वामी बळ पाठीशी नित्यं आहे रे। मना अतर्क्य अवधूत हे स्मरणगामी, अशक्य ही शक्य करतील स्वामी ।। अर्थात्: हे मन, तुम निशंक (बिना शंका) के और निडर रहो. सर्व शाक्तिशाली स्वामी सदा तुम्हारे साथ है. अतर्क्य अवधृत है स्मृत गामी. असंभव को संभव भी करेंगे स्वामी.
जिथे स्वामीपाय तिथे न्युन काय, स्वये भक्त प्रारब्ध घडवी ही माय। आज्ञेविन काळ ना नेई, त्यालापरलोकीही ना भिती तयाला।। अर्थात: जहां स्वामी जी के चरण हो, वहां किस चीज की कमी है. भक्तों का भाग्य स्वयं लिखते है स्वामी. स्वामी जी की कृपा जिस पर भी होती है उसे तीनों लोकों में डर नहीं होता.
उगाचि भितोसी भय हे पळु दे, वसे अंतरी ही स्वामी शक्ती कळू दे। जगी जन्म मृत्यू असे खेळ ज्यांचा, नको घाबरू तू असे बाळ त्यांचा, अशक्य ही शक्य करतील स्वामी ।। अर्थात्: बिना कारण के डरता है तू, डर को भगा दे, मन में बसे स्वामी की शक्ति को समझ ले. जीना मरना सब खेल है उनका, तुम डरो नहीं, तुम उनके बच्चे के समान हो. असंभव को भी स्वामी संभव करेंगे.
खरा होई जागा श्रद्धेसहीत कसा, होसी त्याविण तू स्वामी भक्त। आठव कितीदा दिली त्यांनीच साथ, नको डगमगू स्वामी देतील हात, अशक्य ही शक्य करतील स्वामी ।। अर्थात्: दिल में जगा लो तुम श्रद्धा की ज्योति, तभी तुम बन सकोगे स्वामी भक्त. कई बार दिया है तुमको सहारा, डरो नहीं स्वामी हमेशा तुम्हारा साथ देंगे. असंभव को भी स्वामी संभव करेंगे.
विभुती नमन नाम ध्यानादी, तीर्थस्वामीच ह्या पंचप्राणामृतात। हे तीर्थ घे आठवी रे प्रचिती, न सोडी कदा स्वामी ज्या घेई हाती।।
अर्थात्: विभूति, नमन, नाम, ध्यानादी , तीर्थ, इन पांच प्राणों में स्वामी ही व्याप्त है. स्वामी ही रहते है हर पल साथ, एक बार हाथ थाम लिया तो वो हाथ कभी नही छोड़ते.
Tarak Mantra Image
It is good to have a Tarak Mantra Image at Home because if this images will come Infront of you, you will always remember to chant it. Here you can save this Tarak Mantra Image:
Swami Samarth Tarak Mantra Jaap Vidhi | स्वामी समर्थ तारक मंत्र जाप करने की विधि
स्वामी जी और तारक मंत्र की अर्थ सहित जानकारी ऊपर दे दी गयी है, लेकिन मंत्र का जाप करने के लिए उसकी उचित विधि का पता होना भी आवश्यक है. उचित विधि से Swami Samarth Tarak Mantra का जाप करने से ही मंत्र को और प्रभावशाली बनाया जा सकता है:
आसन
जमीन पर या किसी साफ और स्वच्छ आसन पर बैठ कर ही Swami Samarth Tarak Mantra (स्वामी समर्थ तारक मंत्र) का जाप करना चाहिए. शारीरिक समस्या होने पर कुर्सी पर बैठकर भी जाप किया जा सकता है। लेकिन कुर्सी साफ स्वच्छ और शुद्ध हो। अगर कभी उस कुर्सी पर मांसाहार का सेवन किया गया है तो उसको प्रयोग में लाने से बचें।
माला
रुद्राक्ष या तुलसी की माला से ही Tarak Mantra का जाप करें. बार बार माला न बदलें एक ही माला से जाप करें।
चित्र
Swami Samarth Tarak Mantra (स्वामी समर्थ तारक मंत्र) के जाप के समय जप करने वाले के सामने श्री स्वामी समर्थ का चित्र या फोटो होना आवश्यक है. स्वामी जी के फोटो को नमन करके मंत्रोच्चारण करना चाहिए।
समय
Swami Samarth Tarak Mantra (स्वामी समर्थ तारक मंत्र) के जाप को कभी भी किया जा सकता है, लेकिन इस पवित्र मंत्र का जाप सुबह करना चाहिए ऐसा कई लोग कहते है. सुबह नित्यकर्मों से निपटकर एक साफ़ आसन, या कुर्सी पर बैठकर इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
श्री स्वामी समर्थ मंत्र (Shree Swami Samarth Mantra) का जाप कैसे करें
Tarak mantra का जाप निम्न प्रकार से करने पर आपको लाभ शीघ्र मिलता है:
- तारक मंत्र का जाप करने के लिए एक कटोरी में पानी लें और उसके पास एक अगरबत्ती इस प्रकार लगाएँ जिससे की अगरबत्ती की राख उस पानी में गिरती रहे. मंत्र जाप होने के बाद घर के सभी लोग उस पानी को ग्रहण करे।
- जाप करते समय एक पानी से भरा गिलास लें और उसके ऊपर हाथ रखें या उस गिलास को श्री स्वामी समर्थ के सामने रख दीजिये, जाप पूरा होने के बाद वह पानी अमृत के समान हो जाता है जिसको आप सभी को प्रसाद के रूप में दे सकते है.
- यदि आप घर के किसी व्यक्ति से बहुत परेशान है, या किसी सदस्य को गुस्सा ज्यादा आता है. तब आप ऐसे व्यक्ति के लिए भी तारक मंत्र का जाप कर सकते है। जाप पूरा होने के बाद वह पानी आप उस व्यक्ति को पिलाइए, धीरे धीरे उनके व्यव्हार में फर्क आने लगेगा।
- जाप का पानी बहुत पवित्र होता है, जाप होने के बाद पूरे घर में “श्री स्वामी समर्थ” का नाम लेते हुए छिड़क दीजिए. बाथरूम टॉयलेट को छोड़कर पूरे घर में छिड़के. ऐसा करने से आपका पूरा घर पवित्र हो जाएगा और हमेशा सकारात्मक माहौल रहेगा, लड़ाई-झगडे नहीं होंगे और कोई परेशानी आप पर नहीं आएगी.
Tarak Mantra Jaap Ka Fayda ( तारक मंत्र जाप का फायदा )
तारक मंत्र का जाप बहुत प्रभावशाली है, इसको जप करने से स्वामी समर्थ जी की विशेष कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है। Tarak Mantra के कुछ लाभ निम्न है:
- जो व्यक्ति बीमारी से परेशान है, या टेंशन से ग्रस्त है उनके लिए “श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र” बहुत प्रभावशाली है। ये मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र है।
- मंत्र के जाप से आप मानसिक सुख और शान्ति का अनुभव करेंगे. जिन लोगो ने इस मंत्र जाप किया है उन्होंने मानसिक तनाव में आराम मिला है। यदि आपको भी ऐसा लगता है कि अब सबकुछ ख़त्म हो चूका है और उम्मीद टूट चुकी है तो यह मंत्र आपके लिए मार्गदर्शन का काम करता है।
- यदि आपको काफी प्रयास करने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है तो उसके लिए भी Tarak Mantra एक रामबाण इलाज है।
- तारक मंत्र का जाप करने से हमारे अंदर शक्ति का संचार होता है और दुखो से छुटकारा मिलता है।
- तारक मंत्र का जाप करने से मानसिक, शारीरिक सभी प्रकार के दुखो से छुटकारा मिलेगा और आपका मन हमेशा सकारात्मक रहेगा
इस प्रकार ये तो स्पष्ट है की ये Tarak Mantra अत्यंत शक्तिशाली और दुखो का निवारण करने वाला है। स्वामी समर्थ अत्यंत दयालु और भक्तो की समस्याओं का निदान करने वाले है। आप भी इस मंत्र का जाप करके लाभ प्राप्त कर सकते है।
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