Deep Prajwalan Mantra

Deep Prajwalan Mantra: दीप प्रज्वलन मंत्र अर्थ सहित (Hindi) – Deeep Jyoti Mantra

Deep Prajwalan Mantra (दीप प्रज्वलन मंत्र) : शुभं करोति कल्याणं 

Deep Prajwalan Mantra, also known as deep jyoti mantra always considered very special when it comes to spiritual life. Its an ancient ritual and an important tradition of Sanatan Dharma which has been going on for many years as a part of our culture and religious spirituality. Deep Prajwalan Mantra is an ancient mantra which is chant during aartis, pujas and spiritual rituals while lighting the Deep or deepak.

दीप प्रज्वलन मंत्र का महत्व

मंत्रों का महत्व और उनका उपयोग हमारे आध्यात्मिक जीवन में हमेशा से ही विशेष माना जाता रहा है, इसी परम्परा में दीप प्रज्वलन मंत्र का भी अपना एक विशेष स्थान है। यह एक प्राचीन और महत्वपूर्ण मंत्र है जो अनेकों सालों से हमारे संस्कृति और धार्मिक अनुष्ठानो के साथ जुड़ा हुआ है। Deep Jyoti Mantra का प्रयोग आरतियों, पूजा-पाठ और आध्यात्मिक अनुष्ठानों में दीपक जलाते समय किया जाता है।

जब भी हम किसी धार्मिक कार्य, पूजा, आरती या नए व्यापार का शुभारम्भ करते है तो सर्वप्रथम दीपक प्रज्वलित किया जाता है, दीप प्रज्वलित करते समय इस मन्त्र का पाठ करना चाहिए।

दीप प्रज्वलन मंत्र का महत्वपूर्ण संदेश यह है कि ज्योति या प्रकाश अंधकार का नाश करता है। दीपक को प्रज्वलित करना हमेशा सकारात्मक ऊर्जा और प्रकाश का प्रतीक माना जाता है जिससे हमारे जीवन में शुभता और समृद्धि का आगमन होता है। यह मंत्र भगवान गणेश के साथ-साथ देवी लक्ष्मी की कृपा और आशीर्वाद को भी प्राप्त करने का एक माध्यम माना जाता है।

Deep Prajwalan Mantra in Sanskrit (दीप ज्योतिः मंत्र)

हमारे सारे मंत्र संस्कृत में लिखे गए है, दीप प्रज्वलन मंत्र का संस्कृत Lyrics और दीप प्रज्वलन मंत्र निम्नलिखित है :

दीपज्योतिः परं ज्योतिः , दीपज्योतिर्जनार्दनः ।
दीपो हरतु मे पापं , दीपज्योर्तिनमोऽस्तुते ॥
शुभं करोतु कल्याणम् , आरोग्यं सुखसम्पदः ।
द्वेषबुद्धिविनाशाय , आत्मज्योतिः नमोऽस्तुते ॥
आत्मज्योतिः प्रदीप्ताय , ब्रह्मज्योतिः नमोऽस्तुते ।
ब्रह्मज्योतिः प्रदीप्ताय , गुरुज्योतिः नमोऽस्तुते ।।

हिन्दी में अर्थ: “ओम्! शुभ करने वाले, कल्याण करने वाले, आरोग्य करने वाले, धन और संपत्ति प्रदान करने वाले, शत्रुओं की बुद्धि को नष्ट करने वाले, मैं दीपज्योति को नमस्कार करता हूँ।”

दीप प्रज्वलन मंत्र का उच्चारण कोई भी पूजा-अर्चना, शुभ काम, गृह प्रवेश या जब भी दीपक या ज्योति घर में जलाई जाती है तब किया जाता है। इस मंत्र का पाठ करते समय, विशेष ध्यान और श्रद्धा के साथ एक दीपक को प्रज्वलित किया जाता है और मंत्र की पाठ के साथ ही उस दीपक की आरती की जाती है। दीप ज्योतिः मंत्र व्यक्ति को ऊर्जा, सफलता और धन की प्राप्ति में सहायता करता है।

Download PDF of Deep Mantra Hindi & Sanskrit Lyrics दीप ज्योतिः मंत्र

इस मंत्र के प्रयोग से न केवल आत्मिक और आध्यात्मिक उन्नति बल्कि मनुष्य की सामाजिक और आर्थिक उन्नति भी होती है। यह मंत्र पूरे मन से पाठ करने पर व्यक्ति को मन की शांति, ध्यान स्थिरता और आध्यात्मिक की प्राप्ति होती है। दीप प्रज्वलन मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति को शुभता और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

दीप प्रज्वलन मंत्र में महत्वपूर्ण संदेश यह छिपा है की प्रकाश सदैव अंधकार को दूर करता है। प्रकाश आ जाने से सुख और समृद्धि पर छाया हुआ अन्धकार दूर हो जाता है। दीप प्रज्वलन मंत्र का पाठ करने से हम आत्मज्ञान की ओर प्रवृत्त होते हैं और हमारी जीवन में प्रकाश और समृद्धि का आगमन होता है। यह मंत्र हमें एक उज्ज्वल भविष्य की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।

Deep jyoti mantra

हर मंत्र का अपना एक विशेष महत्व है, दीप प्रज्वलन मंत्र का पाठ करने से पहले, हमें अपने मन को शुद्ध करना चाहिए और सकारात्मक भावना के साथ इसका उच्चारण करना चाहिए।

Download Deep Jyoti Mantra Mp3 (दीप ज्योतिः मंत्र mp3)

दीप ज्योतिः मंत्र हमें जीवन के प्रकाशमय और आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है और दर्शाता है की प्रकाश हमेशा अन्धकार को हराता है। यह मंत्र हमारे अंदर की आत्मज्ञान की ज्योति को प्रकाशित करने के साथ-साथ शुभता, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का संकेत भी करता है। इसलिए, हमें दीप प्रज्वलन मंत्र की महत्वपूर्णता को समझना चाहिए और नियमित रूप से इसका प्रयोग करके अपने जीवन को समृद्ध, स्वस्थ और सफल बनाने की कोशिश करनी चाहिए।